Monday, June 28, 2010

हम आपको ज़र्रे ज़र्रे में नज़र आयेंगे

हम आपको इतना प्यार कर जायेगे
ज़र्रे ज़र्रे में आपको नज़र आयेंगे
कभी यादों में आपकी समा जायेंगे
आपकी मुस्कुराहट बन के होठों को छू जायेंगे
काटों पे चल कर भी आपके रस्ते फूल हम बिछायेंगे
बन के खुशबू आपके जीवन को मह्कायेंगे
चाँद की किरणों में आप हमारा सपर्श ही पायेंगे
बन के दिया आपकी राहें रोशन कर जायेंगे
तेज धूप में बदल बन के छा जायेंगे
अपनी पलकों में छुपाकर बुरी नज़रों से बचायेंगे
फूलों की ताजगी में आप हमारा एहसास ही पाएंगे
आपके लिए एक प्यारा सा ख्वाब बन जायेंगे
हर कोई आपसे प्यार करे ऐसी दुआ बन जायेंगे
हर किसी के प्यार में हमारा प्यार आप पायेंगे
हवा बन के आपकी साँसों में समा जायेंगे
न होकर भी ज़र्रे ज़र्रे में नज़र आयेंगे
इतनी यादे भर देंगे आपके दिल में
हमारी हर बात याद करके आप सदा मुस्कुराएंगे..........





Thursday, June 10, 2010

हँस के हम सारे गम अब छुपाने लगे

हँस के हम सारे गम अब छुपाने लगे,
हमसे वो अब बहुत दूर जाने लगे।

भूल हमको किसी से दिल वो लगाने लगे
हामी से मोहब्बत के किस्से सुनाने लगे।

उनको हम अब तो लगने बेगाने लगे
हमसे नज़ारे भी वो अब चुराने लगे।

यादों में उनकी हम डूब जाने लगे
याद में उनकी आंसू बहाने लगे।

प्यार पाने की खुशियाँ वो मनाने लगे
प्यार खो गे गम गले हम लगाने लगे।

सपने सारे हमारे टूट जाने लगे
वो तो औरो के सपने सजाने लगे।

वफ़ा कर के भी हम हार जाने लगे
हँस के आँसू भी हम पीते जाने लगे।

जिंदगी गम के साये में फिर बिताने लगे
हँस के हम सारे गम अब छुपाने लगे।



Wednesday, May 26, 2010

काश तुम हमारे होते

काश तुम हमारे होते
हमें फिर जीने के सहारे होते
बच जाते डूबने से हम भी
अगर किश्ती को हमारे मिल गए किनारे होते

तुम सिर्फ हमारा साथ निभाते
हम तो तुमपे जान लुटाते
लुट न जाती खुशियाँ यूँ ही
अगर दो पल तुम्हरे साथ गुजारे होते

हम भी नहीं पराये होते
तकदीर के ना सताए होते
बच जाते गिरने से हम भी
अगर हाथ तुम अपना बढ़ाये होते

हम भी हंस लिए होते
ख़ुशी से दो पल जी लिए होते
पहुच जाते मंजिल पे हम भी
अगर हमसफ़र तुम अपना बनाए होते

Friday, May 14, 2010

मेरा प्यार

मेरा प्यार

मैं तुम्हे कितना प्यार करता हूँ
कोई जान नहीं पायेगा
ये राज़ तो मेरे मरने के साथ ही खत्म हो जायेगा।

ख़त्म होऊंगा मैं और ये राज़
खत्म न होगा मेरे दिल का प्यार
मेरा प्यार तो अमर होके सदा तुम्हरे साथ रह जायेगा।

सजा लेना तुम अपना आशियाँ
कर लेना अपनी दुनिया आबाद
कम से कम मेरे रूह को चैन मिल जायेगा।

गम न करना मेरे जाने पे
आंसू न बहाना याद आने पे
मुस्कुरा देना तुम देखकर में भी कही मुस्कुराऊंगा।

तुम मिले किसी और के होकर
किस्मत ने ही दी है ठोकर
मेरा प्यार मेरे दिल का राज़ बना रह जाएगा।

मैं तुम्हे कितना प्यार करता हूँ
कोई जान नहीं पायेगा.............

Wednesday, April 7, 2010

हाथ की लकीरें

हाथ की लकीरें

हाथ की लकीरों में क्या लिखा है कौन जानता है?

तुम हमें मिलोगे,
अपना बनोगे,
हरपाल मेरा साथ निभाओगे,
या यादों के सहारे जिंदगी गुजर जाएगी, कौन जानता है?

पेड़ से पत्तों की तरह,
बिखर जाती हैं खुशियाँ,
बस साख लिए खड़े हैं तपती धुप में,
इस पतझड़ के बाद बसंत आएगा या नहीं, कौन जानता है?

उगा था एक पौधा,
कुछ हसरत लिए,
जुल्म सहता हुआ खड़ा है वो,
वो पेड़ बन पायेगा या टूट जायेगा, कौन जानता है?

जो सपने सजाये थे हमने,
तुम्हरे साथ दुनिया बसायेगे ,
सपने सच होंगे,
या एक अधुरा ख्वाब बन के रह जायेगे, कौन जानता है?

संवर जाती जिंदगी हमारी,
तुम्हे भी दे सकूँ खुशियाँ सारी,
हासिल होगी कामयाबी,
या खुद लिखनी पड़ेगी अपनी बरबादियों की कहानी, कौन जानता है?

जिंदगी में लोग आये,
सबसे हमने दिल लगाये,
उनकी तरह तुम भी छोड़ जाओगे,
या हमारी हाल पे मुस्कुराओगे, कौन जानता है?

जीवन पे काली घटा छाई है,
सारी फिजा अँधेरे के आगोश में समाई है,
इन अंधेरों में खो जायेगे हम,
या सुनहरा सवेरा होगा, कौन जानता है?

जीवन के साथ खेल खेलती हैं ये लकीरें,
कभी सुख कभी दुःख देती हैं,
हर पल रंग बदलती हैं ये लकीरें,
क्या होगा अगले पल में, कौन जानता है?

हाथ की लकीरों में क्या लिखा है कौन जानता है?



Monday, March 29, 2010

वो हमेशा हमें आजमाते रहे .........

वो हमेशा हमें आजमाते रहे .........

जीवन में कभी न कभी किसी न किसी से प्यार हो जाता है। जिसे हम प्यार करते है उसे नहीं पता चलता की कितना प्यार करते हैं। प्यार को शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता, इसे महसूस किया जा सकता है।

वो हमेशा हमें आजमाते रहे
प्यार में वो हमें यूँ सताते रहे।
यादों में इस कदर वो आने लगे,
आँखों में बन के आंसू सामने लगे।
वो भी मजबूर है वक़्त के हाथ में,
इसलिए हमसे दूरी बनाने लगे।
हम तो उनके लिए एक खिलोना सही,
इस तरह भी उन्हें हम हँसाते रहे।
दिल भी टूटा मेरा, चोट मुझको लगी,
दर्द में भी सदा मुस्कुराते रहे।
प्यार का नाम बदनाम हो न कही,
इसलिए प्यार सबसे छुपाते रहे।
याद आये कभी भी न उनको मेरी,
दिल में उनको लिए दूर जाने लगे।







Friday, March 5, 2010

मरती इंसानियत
सारे जमीन को बाट दिया है, जाती के नाम पर, क्षेत्र के नाम पर, धर्म के नाम पर. ऊपर वाले ने एक जमीन बनाई थी. बटवारे के नाम पर दंगे होते हैं, जिसमे सिर्फ बेकसूर मारे जाते हैं. किसी का दोस्त मरता है, किसी का भाई, किसी का बेटा, किसी का पति. एक जिन्दगी खत्म हो जाने से कितने ही रिश्तों की मौत हो जाती है.

वो चला था सफ़र पे कुछ सपने लिए,

"कर सकूँगा कुछ अपने कुछ सबके लिए".

माँ बाबा का अपने वो विश्वास था,

बुढ़ापे के उनकी वो एक आस था.

थी बहिन की भी डोली सजानी उसे,

फ़र्ज़ राखी की थी तो निभानी उसे.

दोस्त यारों में भी वो तो मशहूर था,

हर किसी के लिए वह तो एक नूर था.

जा पहुंचा वो अनजान एक देश में,

थे दरिन्दे जहा इंसान की वेश में.

कर दिया दरिंदों ने इंसानियत तार तार,

ढाए उसपे सितम कर दिया उसपे वार.

गिर गया वो जमीन पे तड़पने लगा,

था दिया जो किसी को वो बुझने लगा.

सो गया वो बिचारा सदा के लिए,

वो चला था सफ़र पे कुछ सपने लिए.

Tuesday, February 16, 2010

बचपन के दिन

बचपन के दिन
बचपन के दिन थे बहुत भोले भाले,
न गम थी, ना हम थी, हम थे मतवाले।
न धर्म,जाती, रिवाजों की बेडी पड़ी थी,
हर गली हर डगर खूब फेरी लगी थी।
धूप भी हमको तब तो सुहानी लगी थी,
मन लुभानी वो बारिश की पानी लगी थी।
सुख की दुःख की ना परवाह करते थे हम,
बन के स्वछन्द पंछी विचरते थे हम।
गोधुली की सभा भी निराली सजी थी,
मन का राजा कोई मन की रानी बनी थी।
हर किसी में एक बच्चे को पाते हैं हम,
देख उसको सभी गम भुलाते हैं हम।
बच्चे बच्चे में खुद की ही पाते हैं हम,
साथ उसके ही बचपन में लौट जाते हैं हम।

Wednesday, January 27, 2010

इस कदर

प्यार माँगता है क़ुरबानीयाँ

इस कदर प्यार उनसे हम करने लगे,
वो मजबूर हमसे ही डरने लगे ।
हम दुआओं में उनकी खुशी मांगते,
वो बेखबर दिल की हालत नहीं जानते।
याद में उनकी आंसू हम बहाने लगे,
वो प्यार में हमको पागल समझने लगे।
धीरे धीरे वो बहुत दूर जाने लगे,
दिल भी मेरा वो अब तो दुखाने लगे ।
गलती थी मेरी जिसपे हुए वो खफा ,
सोचता हूँ की दूँ खुद को कैसे सजा ।
प्यार से उनके उनको मिलाऊंगा मैं,
दिल के अपने ही खुद तोड़ जाऊंगा मैं ।
दर्द-ऐ-दिल का खबर भी न उनको चले,
आँख नम से भी अब मुसकुराऊंगा मैं।
हम कभी भी उन्हें भूल सकते नहीं,
याद उनको कभी भी ना आऊंगा मैं।
उम्र भर प्यार अपना निभाऊंगा मैं...................

Puppy


Puppy with its ma sleeping in sunlight after a chilled morning.

Tuesday, January 26, 2010

Lali


She is cute

Sunday, January 17, 2010

Govind's pic



Thursday, January 14, 2010

राधे कृष्ण

एक राधा ,एक मीरा दोनों ने श्याम को चाहा,अंतर क्या दोनों की चाह में बोलो ....................... एक प्रेम दिवानी एक दरस दिवानी.