Monday, June 28, 2010

हम आपको ज़र्रे ज़र्रे में नज़र आयेंगे

हम आपको इतना प्यार कर जायेगे
ज़र्रे ज़र्रे में आपको नज़र आयेंगे
कभी यादों में आपकी समा जायेंगे
आपकी मुस्कुराहट बन के होठों को छू जायेंगे
काटों पे चल कर भी आपके रस्ते फूल हम बिछायेंगे
बन के खुशबू आपके जीवन को मह्कायेंगे
चाँद की किरणों में आप हमारा सपर्श ही पायेंगे
बन के दिया आपकी राहें रोशन कर जायेंगे
तेज धूप में बदल बन के छा जायेंगे
अपनी पलकों में छुपाकर बुरी नज़रों से बचायेंगे
फूलों की ताजगी में आप हमारा एहसास ही पाएंगे
आपके लिए एक प्यारा सा ख्वाब बन जायेंगे
हर कोई आपसे प्यार करे ऐसी दुआ बन जायेंगे
हर किसी के प्यार में हमारा प्यार आप पायेंगे
हवा बन के आपकी साँसों में समा जायेंगे
न होकर भी ज़र्रे ज़र्रे में नज़र आयेंगे
इतनी यादे भर देंगे आपके दिल में
हमारी हर बात याद करके आप सदा मुस्कुराएंगे..........





1 comment:

  1. Aapki rachana to bahut sundar hai...gar bura na maane to ek baat kahungi..wartni pe thoda dhyan den!
    "Khusboo",nahi "khushboo" hona chahiye.
    "Bichhyange" nahee," bichhaayenge" hona chahiye.

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